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सूर्य का प्रकाश और ईश्वरत्व
हर सुबह सूरज की रोशनी धरती पर सब कुछ रोशन कर देती है।
और सूरज है, जो सूरज की रोशनी का स्रोत है।
ईश्वरत्व (चेतना का प्रकाश) हमारे भीतर और हमारे आस-पास है, लेकिन इसका स्रोत कहां है?
इसका स्रोत क्या है?
यह हमेशा ही रहस्यमयी रहेगा।
ईश्वरत्व तो है, लेकिन ईश्वर नहीं है।
यही इसका रहस्य है।
स्रोत के बिना जीवन का निरंतर प्रवाह ही जीवन की रहस्यमय सुंदरता है।
मूर्ख लोग इस रहस्य को शब्दों में समझाने की कोशिश करते हैं, जबकि जीवन की सुंदरता इसकी दिव्यता में नहाने में है।
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